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जनवरी, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वसंत पञ्चमी या श्रीपंचमी

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Jump to navigation Jump to search वसन्त पंचमी राजा रवि वर्मा  द्वारा बनाया गया  देवी   सरस्वती  का चित्र आधिकारिक नाम वसन्त पंचमी अन्य नाम श्रीपंचमी सरस्वती पूजा अनुयायी हिन्दू Liturgical Color पीला अनुष्ठान पूजा  व सामाजिक कार्यक्रम तिथि माघ   शुक्ल   पंचमी 2019 date 28 जनवरी 2020 date 30 जनवरी  [1] समान पर्व आम का पत्ता वसंत पञ्चमी  या  श्रीपंचमी  एक  हिन्दू  का त्योहार है। इस दिन  विद्या  की  देवी   सरस्वती  की  पूजा  की जाती है। यह पूजा पूर्वी भारत, पश्चिमोत्तर  बांग्लादेश ,  नेपाल  और कई राष्ट्रों में बड़े उल्लास से मनायी जाती है। इस दिन  पीले  वस्त्र धारण करते हैं। प्राचीन भारत और नेपाल में पूरे साल को जिन छह मौसमों में बाँटा जाता था उनमें  वसंत  लोगों का सबसे मनचाहा मौसम था। जब फूलों पर बहार आ जाती, खेतों में  सरसों  का फूल मानो सोना चमकने लगता,  जौ  और  गेहूँ  की बालियाँ खिलने लगत...

सत्ताइस नक्षत्रों से जानें व्यक्तित्व के हर रंग-ढंग

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सत्ताइस नक्षत्रों से जानें व्यक्तित्व के हर रंग-ढंग नक्षत्रों का ज्योतिष शास्त्र ज्योतिष शास्त्र में विभिन्न प्रकार के नक्षत्रों का जिक्र किया गया है। ये सभी नक्षत्र जितने महत्वपूर्ण हैं उतने ही वैयक्तिक जीवन पर भी असर डालते हैं। आपको यकीन नहीं होगा लेकिन ये सच है कि जिस नक्षत्र में इंसान जन्म लेता है वह नक्षत्र उसके स्वभाव और आगामी जीवन पर अपना असर जरूर छोड़ता है। आइए जानें भिन्न-भिन्न नक्षत्रों में जन्म लेने वाले लोगों की क्या-क्या खासियत होती है। अश्विन नक्षत्र ज्योतिष शास्त्र में सबसे प्रमुख और सबसे प्रथम अश्विन नक्षत्र को माना गया है। जो व्यक्ति इस नक्षत्र में जन्म लेता है वह बहुत ऊर्जावान होने के सथ-साथ हमेशा सक्रिय रहना पसंद करता है। इनकी महत्वाकांक्षाएं इन्हें संतुष्ट नहीं होने देतीं। ये लोग रहस्यमयी प्रकृत्ति के इंसान होने के साथ-साथ थोड़े जल्दबाज भी होते हैं जो पहले काम कर लेते हैं और बाद में उस पर विचार करते हैं। ये लोग अच्छे जीवनसाथी और एक आदर्श मित्र साबित होते हैं। भरणी नक्षत्र इस नक्षत्र का स्वामी शुक्र ग्रह होता है, जिसकी वजह से इस नक्षत्र मे...

शनि 24 जनवरी 2020 को धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे कैसा रहेगा आप का साल

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साल 2020 में ग्रहों की स्थितियों में कई बड़े फेरबदल होने वाले हैं। साल 2020 के शुरूआती दिनों में ही शनि अपनी राशि बदलेंगे। शनि 24 जनवरी 2020 को धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। शनि के राशि परिवर्तन से साल 2020 में किन राशियों से शनि की अशुभ छाया हट जाएगी और किन राशि पर इनका प्रकोप रहेगा आइए जानते हैं न्यायकारक शनि गोचर 2020 में धनु राशि से अपनी स्वराशि मकर में 24 जनवरी को होने जा रहा है। इसी वर्ष 11 मई 2020 से 29 सितम्बर 2020 तक शनि मकर राशि में वक्री अवस्था में गोचर करेगा। इसी वर्ष शनि 27 दिसम्बर 2020 को अस्त भी हो जाएंगे, जिससे शनि के प्रभाव कुछ कम हो जाते हैं। धनु और मकर राशि में पहले से ही शनि की साढ़े साती का प्रभाव चल रहा था। अब कुम्भ राशि पर भी शनि की साढ़े साती का पहला चरण शुरु हो जाएगा। शनि मकर और कुम्भ दो राशियों के स्वामी हैं। शनि की दो राशियों में से एक राशि मकर में शनि का गोचर होने जा रहा है और शनि की दूसरी राशि कुम्भ शनि की स्व राशि और मूल त्रिकोण राशि है। शनि एक अनुशासनात्मक और न्याय कारक ग्रह हैं। जिस प्रकार से एक शिक्षक हमारी ऊर्ज़ाओं को समझ क...